Thursday 29 December 2022

एम. ए. हिंदी साहित्य, प्रथम अयन : पाठ्यचर्या: 1 मध्ययुगीन काव्य

 

एम. ए. हिंदी साहित्य, MA Hindi

प्रथम अयन : पाठ्यचर्या: 1 

मध्ययुगीन काव्य

 

इकाई - I: पूर्वमध्यकालीन काव्य (कबीर / जायसी)

  1. कबीर - सं. हजारीप्रसाद द्विवेदी ( पदसंख्या 160 से 170 )
  2. कबीर की काव्यकला, भाषा, समन्वय, मानवता, लोकमंगल
  3. जायसी पद्मावत नागमती वियोग खण्ड (आरंभ के 10 पद) -508 Page
  4. जायसी की काव्यकला, भाषा, समन्वय, विरह वर्णन, लोकतत्व Page 145

|इकाई— II: पूर्वमध्यकालीन काव्य ( सूरदास / तुलसीदास)

  1. सूरदास भ्रमरगीत सार सं. रामचंद्र शुक्ल (पद 21 से 30) -
  2. सूरदास की काव्यकला, भाषा, समन्वय, लोकमंगल, विरह वर्णन
  3. तुलसीदास - रामचरितमानस उत्तरकाण्ड (आरंभ के 25 दोहे)
  4. तुलसीदास की काव्यकला, भाषा, लोकमंगल समन्वय, भक्ति, आदर्श कल्पना

इकाई – III: पूर्वमध्यकालीन काव्य (मीरा / रहीम)

  1. मीरा सं. विश्वनाथ त्रिपाठी (आरंभ के 10 पद) - - मीरा की काव्यकला, भाषा, प्रेमतत्व, प्रगतिशीलता, विरह वर्णन,
  2. रहीम की काव्यकला, भाषा, नीतितत्व, समन्वय, प्रेमतत्व रहीम ( दोहे : 01 से 25 )

इकाई - IV: उत्तरमध्यकालीन काव्य ( बिहारी / घनानंद)

  1. बिहारी - बिहारी सतसई – सं. जगन्नाथदास रत्नाकर (दोहा संख्या 01 से 25 )
  2. बिहारी की काव्यकला, भाषा, प्रेमतत्व, बहुज्ञता
  3. घनानंद कवित्त सं. विश्वनाथ मिश्र ( कवित्त संख्या 01 से 15 ) -
  4. घनानंद की काव्यकला, भाषा, प्रेमतत्व । 

 

संदर्भ ग्रंथ

  1. कबीर - हजारीप्रसाद द्विवेदी
  2. जायसी ग्रंथावली - सं. रामचंद्र शुक्ल
  3. संक्षिप्त सूरसारगर - सं. डॉ. प्रेमनारायण टंडन 
  4. मीराबाई की पदावली - सं. परशुराम चतुर्वेदी 
  5. महाकवि भूषण – सं. भगीरथ प्रसाद दीक्षित
  6. काव्य की भूमिका - रामधारी सिंह दीनकर 
  7. घनानंद कवित्त - चंद्रशेखर मिश्र शास्त्री 
  8. साहित्य और मानवीय संवेदना – डॉ. सदानंद भोसले (Available in KRC/library)
  9. जायसी के पद्मावत का मूल्यांकन – प्रो. हरेंद्र प्रताप सिन्हा -
  10. महाकवि जायसी और उनका काव्य - डॉ. इकबाल अहमद
  11. मलिक मुहम्मद जायसी और उनका काव्य - डॉ. शिवसहाय पाठक..
  12. जायसी पद्मावत काव्य और दर्शन – डॉ. गोविंद त्रिगुणायत
  13. पद्मावत में काव्य, संस्कृति और दर्शन – डॉ. द्वारिकाप्रसाद सक्सेना
  14. पद्मावत का काव्य सौंदर्य - डॉ. चंद्रबली पाण्डेय
  15. हिंदी के प्रतिनिधि कवि - डॉ. सुरेश अग्रवाल
  16. कबीर वचनामृत - संपा. डॉ. विजयेंद्र स्नातक, डॉ. रमेशचंद्र मिश्र
  17. कबीर साहित्य का चिंतन – संपा. प्रा. दत्तात्रय टिळेकर
  18. भारतीय संतों का साहित्यिक योगदान – संपा. संजय महेर, प्रा. शरद कोलते

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